Wednesday 25 June 2014

मंगलवार का दिन लकी रहा

24 जून 2014 का मंगलवार लकी रहा। आदित्य क्रिएशंस वालों ने साउथ सिटी माल के पास एक कार्यालय में बुलाया था। वहां फिल्म निर्देशक उत्तम चंद्र से पहली मुलाकात हुई। वे 14 की उम्र से ही अभिनय से थिएटर से जुड़े रहे हैं। वे एक हारर फिल्म बना रहे हैं तीन सच्ची घटनाओं पर। जिनमें भूत प्रेत की बातें है। मुझे उन्होंने एक रोल आफर किया है। जल्द ही शूटिंग शुरू होगी। फिलहाल वे नये कलाकारों के साथ रिहर्सल व वर्कशाप में जुटे हैं।

कुछ ही देर बाद मैं वहां से फिल्म निर्देशक एस. कुमार से मिलने वहां पहुंचा जहां उनकी फिल्म महामंत्र की डबिंग चल रही थी। उसमें मेरा भी छोटा सा रोल है। वहां कुमार के गुरु व प्रख्यात वरिष्ठ फिल्म निर्देशक सुशांत पाल चौधुऱी भी थे। दुआ सलाम के बाद उन्होंने मुझे सबके सामने आश्वस्त किया कि वे इन दिनों तीन फिल्मों का निर्माण एक साथ करने जा रहे हैं और तीनों में ही मेरे लिए उन्होंने रोल रखा है।
वहां सुशांत दा से मिलने एक नये फिल्म निर्देशक सायन शांति पहुंचे हुए थे..उन्होंने भी मुझे अपनी निर्माणाधीन फिल्म के लिए रोल आफर किया। एक दिन में पांच पांच फिल्मों में रोल के संकेत ने मुझे खुशी तो प्रदान की ही है किन्तु मैं कन्फ्यूज होता जा रहा हूं कि मेरे भविष्य क्या होने जा रहा है...जो भी हो यह मंगलवार मेरे लिए लकी रहा...

Saturday 7 June 2014

ग्रुप शो के बारे में

कल एक कंटेम्पररी आर्ट ग्रुप के सदस्य से मुलाकात हुई। 20 सदस्यीय इस ग्रुप में उन्होंने मुझे भी जोड़ा। एक ग्रुप आर्ट शो की भावी योजना के बारे में उन्होंने बताया। संभवतः 23 से 29 दिसम्बर 2014 को बिड़ला आर्ट गैलरी, कोलकाता में यह प्रदर्शनी लगेगी। मैंने भी अपने पार्टिशिपेशन की हामी भर दी है। एक एक आर्टिस्ट को 10 फुट डिस्प्ले की ज़गह मिलेगी। मुझे यह ठीक लगा। इसमें मेरे कलाकार मित्र जयंत देवनाथ भी भाग ले रहे हैं। फिलहाल मैं कुछ और ग्रुप एक्जीबीशन पर ध्यान केन्द्रित रखूंगा अभी सोलो के चक्कर में जाने का मन नहीं है। मैंने इसके पहले शांतुनु राय की आर्ट फैक्ट्री की ओर से भारतीय सांस्कृतिक सम्बंध परिषद, कोलकाता में अवनिंद्रनाथ टैगोर आर्ट गैलरी में ग्रुप शो में अपनी दो पेंटिंग्स रखी थी। अब इस दूसरे ग्रुप के साथ शो में भाग लेना शायद नया अनुभव हो..।